अंगारक दोष पूजा उज्जैन
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- वैदिक पद्धति द्वारा पूजा
अंगारक दोष क्या होता है?
अंगारक दोष, जिसे मंगल दोष भी कहा जाता है, ज्योतिष शास्त्र में एक अशुभ ग्रह स्थिति मानी जाती है। यह तब होता है जब मंगल ग्रह कुंडली में कमजोर स्थिति में होता है, या जब यह कुछ खास भावों में स्थित होता है। मंगल ग्रह को क्रोध, ऊर्जा, भूमि और भाईचारे का ग्रह भी माना जाता है। जब मंगल कमजोर या अशुभ भाव में स्थित होता है, तो यह अंगारक दोष पैदा कर सकता है और इसका व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

अंगारक दोष के लक्षण निम्नलिखित है,
- अंगारक दोष से पीड़ित व्यक्ति मे आम तोर पर क्रोध, चिड़चिड़ापन, और आक्रामकता में वृद्धि देखने को मिलती है।
- अंगारक दोष के कारण जातक का स्वभाव उग्र हो जाता है।
- जातक नकारात्मक चीजों की तरफ दिमाग लगाता हुआ नजर आता है।
- जातक को दुर्घटनाओं और चोटों का खतरा बना रहता है।
- अंगारक दोष से पीड़ित व्यक्ति को ऋण, कर्ज, और आर्थिक परेशानियां घेर लेती है।
- जातक को भूमि, संपत्ति, वाहन से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
- जातक को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, खासकर रक्त से संबंधित समस्या का सामना करना पड़ता है।
- जातक को वैवाहिक जीवन से संबन्धित समस्याओ का सामना भी करना पड़ता है।
अंगारक दोष के असर को कम करने के उपाय निम्नलिखित है,
- अंगारक दोष के प्रभाव को कम करने के लिए आप भगवान भैरव को केले के पत्ते पर चावल का भोग लगा सकते हैं, और देसी घी के दीपक को हर रोज मंदिर में जलाना शुभ होगा।
- प्रत्येक मंगलवार को लाल वस्त्र पहनकर भगवान हनुमान जी की पूजा करें और हनुमान चालीसा का पाठ करे।
- मंगलवार को गुड़ और चने का प्रसाद वितरित करें।
- नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- मंगलवार को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और लाल वस्त्र पहनकर भगवान मंगल की पूजा करें। गुड़ और लाल पुष्प अर्पित करें।
- मंगलवार को लाल वस्त्र, गुड़, मसूर की दाल, तांबे का बर्तन आदि का दान करें।
- मंगलवार को पीपल वृक्ष की जड़ में जल चढ़ाएं और परिक्रमा करें।
- अंगारक दोष के असर को कम करने के लिए अपने वजन के बराबर कच्चा कोयला बहते पानी में प्रवाहित करना शुभ होता है।
अगर आप अंगारक दोष से परेशान हो गए है और इसे जड़ से खत्म करना चाहते है तो आपको जल्द से जल्द अंगारक दोष निवारण पूजा सम्पन्न करानी चाहिए, क्योंकि ऊपर दिए गए उपाय की मदद से आप सिर्फ अंगारक दोष के असर को कुछ समय के लिए ही कम कर सकते हो।
अंगारक दोष पूजा क्या है?
अंगारक दोष पूजा, मंगल ग्रह की अशुभ स्थिति को शांत करने और कुंडली मे से अंगारक दोष को हमेशा हमेशा के लिए दूर करने के लिए किया जाने वाला एक अनुष्ठान है। अंगारक दोष पूजा मे कलश और पंच देवताओ अर्थात शिव जी, गणेश जी, मातृका, नवग्रह और प्रधान -देवता की पूजा की जाती है। पूजा मे अंगारक दोष निवारण मंत्र और केतू बीज मंत्र का जाप किया जाता है। इसके पश्चात हवन अनुष्ठान किया जाता है। इस हवन अनुष्ठान मे भगवान मंगल और केतु के मंत्रो का जाप करते हुए घी, तिल और जौ अग्नि को अर्पित की जाएगी।
अंगारक दोष निवारण मंत्र
अंगारक दोष निवारण मंत्र की मदद से आप अपनी कुंडली मे से अंगारक दोष के बुरे प्रभावों को कम कर सकते है,
“ॐ अं अंगारकाय नमः” इस मंत्र का जाप रोज 108 बार करे।
अंगारक दोष पूजा मे कितना खर्च आता है?
अगर आप उज्जैन नगरी मे अंगारक दोष पूजा सम्पन्न कराते है तो इसमे आपका 2500 से 3500 रुपये तक का खर्च आ सकता है जिसमे आपकी सम्पूर्ण पूजा सामग्री सहित सम्पन्न हो जाएगी। अगर आपको अंगारक दोष पूजा खर्च के बारे मे और अधिक जानकारी चाहिए तो आप पंडित दीपक व्यास जी से संपर्क कर सकते है।
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