कोई काम सही न होना, समय पर न होना विभिन्न प्रकार की परेशनीय कालसर्प दोष के कारण होती है अभी पंडित जी से कालसर्प दोष पूजा के बारे मे मुफ्त परामर्श ले।
मंगल दोष वैवाहिक जीवन, मानसिक स्थिति को प्रभावित करता है और आर्थिक नुकसान भी पहुंचाता है। यदि मांगलिक व्यक्ति का जन्म मंगलवार के दिन हुआ हो तो उसका प्रभाव शून्य हो जाता है।
यदि आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति अशुभ, नकारात्मक, खराब प्रभावी, बुरे घर की स्थिति में है तो नवग्रह अनुष्ठान (पूजा) की जाती है। पंडित जी नवग्रह शांति पूजा का निवारण करते हैं।
महामृत्युंजय मंत्र स्वयं भगवान शिव जी द्वारा निर्मित है फिर इस मंत्र को भगवान ने ऋषि मार्कंडेय को दिया था। राजा दक्ष द्वारा शाप दिए जाने पर चंद्र देव के जीवन को बचाने के लिए इस मंत्र का उपयोग किया गया था।
उज्जैन में रुद्राभिषेक पूजा किसी के कष्टों को दूर करने और परिवार में समृद्धि लाने के लिए की जाती है। यह शुभ पूजा रुद्र को समर्पित है। इस पूजन व्यक्ति को कई प्रकार के लाभ और पुण्य की प्राप्ति होती है।
जातक की जन्म कुंडली में नवम भाव में राहु और सूर्य की युति होने पर व्यक्ति पितृ दोष से प्रभावित होता है। पित्र दोष के कारण आपके कार्यो मे रुकावट आती रहती है इसलिए इसका शीघ्र निवारण जरूरी है।
राहू और केतू को पाप गृह माना गया है यह दोनों गृह जब किसी दूसरे गृह के साथ हो तो अनिष्ठ फल दर्शाता है यह दोनों गृह चांडाल जाती के है इसलिए इसलिए गुरु के साथ इनकी युति को गुरु चांडाल दोष कहते है।
जब किसी जातक की जन्मकुंडली मे सूर्य और चन्द्र के साथ राहू या केतू गृह एक साथ आ जाते है तब चन्द्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण दोष बनता है। इस दोष के कारण जातक के जीवन पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ते है।
जब किसी जातक की जन्मकुंडली मे मंगल के साथ राहु किसी घर में एक साथ हो तब वहा अंगारक दोष का निर्माण करता है इस दोष की वजह से जातक को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है
क्या आपके जीवन में कोई समस्या है और उनका समाधान जानना चाहते हैं? हजारो लोगो ने पंडित जी द्वारा पूजा करा के खुश है अब आपकी बारी है अपने दुखो व परेशानियों को दूर करने की।
पंडित दीपक व्यास उज्जैन में वर्षो से कालसर्प दोष पूजा, मंगल दोष पूजा, महामृत्युंजय जाप, रुद्राभिषेक पूजा, गुरु चांडाल योग शांति पूजा आदि करा रहे है, उज्जैन मे पूजा हेतु आप पंडित जी से संपर्क कर सकते है।