महामृत्युंजय मंत्र को मृत्यु पर विजय पाने वाला मंत्र बताया गया है। इस मंत्र के जाप से अकाल मृत्यु के भय को समाप्त किया जा सकता है। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएँगे की महामृत्युंजय मंत्र जाप मे कितना खर्च आता है? और किन किन सामग्रियों की आवश्यकता इस जाप को करने के लिए पड़ेगी? उससे पहले हम यह जान लेते है की आखिर महामृत्युंजय मंत्र क्या है?
Contents
- 1 महामृत्युंजय मंत्र क्या है?
- 2 महामृत्युंजय मंत्र
- 3 महामृत्युंजय मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए?
- 4 उज्जैन मे महामृत्युंजय मंत्र जाप मे कितना खर्च आता है?
- 5 महामृत्युंजय मंत्र के लिए क्या क्या सामग्री की आवश्यकता होती है?
- 6 उज्जैन मे ऑनलाइन करवाए महामृत्युंजय जाप पूजा
- 7 पंडित जी द्वारा उज्जैन मे कराये मंत्र जाप पूजा
महामृत्युंजय मंत्र क्या है?
हिन्दू धर्म ग्रंथो मे भगवान शिव के कई स्वरूपो का वर्णन मिलता है। इन्ही मे से भगवान शिव का एक स्वरूप महामृत्युंजय है। इस स्वरूप मे भगवान शिव स्वयं अपने भक्तो की रक्षा करते है। इस मंत्र को संजीवनी मंत्र भी कहा जाता है। क्योकि इस मंत्र के जाप से मरते हुये व्यक्ति को जीवन दान मिल सकता है। माना जाता है इस मंत्र के जाप से व्यक्ति की आयु लंबी हो जाती है।
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ
यह मंत्र स्वयं भगवान शिव जी द्वारा निर्मित है। किसी भी प्रकार के जीवन संकट से रक्षा हेतु महामृत्युंजय मंत्र का जाप होता है। जब व्यक्ति किसी असाध्य रोग से पीड़ित हो, और कोई आशा न बचे, तब इस मंत्र का जाप सवा लाख बार करने से व्यक्ति के स्वास्थ मे शीघ्र ही सुधार होता है। कालसर्प दोष के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए भी इस मंत्र का जाप किया जा सकता है।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए?
महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करने का नियम है। 108 मनको वाली रुद्राक्ष की माला पर इस मंत्र का जाप कर सकते है। 108 मनको वाली रुद्राक्ष की माला से जाप करने से मंत्र के जाप की संख्या गिनने मे मदद होती है।
उज्जैन मे महामृत्युंजय मंत्र जाप मे कितना खर्च आता है?
उज्जैन मे महामृत्युंजय मंत्र जाप मे कितना खर्च आएगा? यह सब यज्ञ के प्रकार और मंत्रो के जाप की संख्या पर निर्भर करता है। 3 से 4 दिन के लिए महामृत्युंजय मंत्र जाप मे 35000 से लेकर 50000 रुपए का खर्च आता है। जाप समाप्त हो जाने के बाद ही यज्ञ/ हवन किया जाता है। हवन छोटा, मध्यम या बड़ा हो सकता है।
महामृत्युंजय मंत्र के लिए क्या क्या सामग्री की आवश्यकता होती है?
महामृत्युंजय मंत्र जाप के लिए निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है-
गंगाजल | चीनी |
जनेऊ | धतूरा |
शहद | चन्दन का लेप |
गाय का दूध | चावल |
दही | अगरबत्तियाँ |
घी | फल |
सुपारी | मिठाइयाँ |
बेलपत्र | माचिस |
तुलसी | लाल आसन |
भंग | सफ़ेद फूल |
सफ़ेद कपड़ा | लाल कपड़ा |
अगर आप महामृत्युंजय जाप पूजा आचार्य दीपक व्यास जी द्वारा करवाते है, तो आपको सामग्री के विषय मे चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। आपको केवल उज्जैन मे गुरुजी के निज निवास पर आकर यह जाप पूजा सम्पन्न करनी है।
उज्जैन मे ऑनलाइन करवाए महामृत्युंजय जाप पूजा
आप चाहे तो ऑनलाइन भी महामृत्युंजय जाप उज्जैन मे करवा सकते है। पंडित जी पूजा की सारी व्यवस्था करते है। पूजा जिस व्यक्ति के लिए करवानी है उसके नाम और गौत्र पर ही की जाएगी। पूजा को लाइव चलाया जाएगा। पूजा के वीडियो और फोटो को आपके व्हाट्सएप्प पर साझा किए जाएंगे। यह पूजा आचार्य दीपक व्यास जी द्वारा की जाएगी, जो मांगलिक और अन्य धार्मिक कार्यो मे निपुण है।
पंडित जी द्वारा उज्जैन मे कराये मंत्र जाप पूजा
पंडित जी वैदिक अनुष्ठानों में आचार्य की उपाधि से विभूषित है, एवं सभी प्रकार के दोष एवं बाधाओ के निवारण के कार्यो को करते हुए 15 वर्षो से भी अधिक समय हो गया है।
आचार्य जी के पास वर्षभर लोग महामृत्युंजय मंत्र जाप एवं अन्य धार्मिक कर्मकांडो को करवाने के लिए आते है, और अपनी समस्या से छुटकारा पाते है। महामृत्युंजय जाप पूजा बूक करने के लिए आप नीचे दी गई बटन पर क्लिक करे।
महामृत्युंजय मंत्र जाप मे कितना खर्च आता है?
3 से 4 दिन के लिए महामृत्युंजय मंत्र जाप मे 35000 से लेकर 50000 रुपए का खर्च आता है। यह आपकी क्षमता और पंडित जी की दान दक्षिणा पर भी निर्भर करता है।
महामृत्युंजय मंत्र क्या है?
महामृत्युंजय मंत्र को भगवान शिव जी का एक चमत्कारिक मंत्र है जिसके जाप से अकाल मृत्यु और भयानक रोग पीड़ा से मुक्ति मिलती है।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए?
महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करने का नियम है। 108 मनको वाली रुद्राक्ष की माला पर इस मंत्र का जाप कर सकते है। 108 मनको वाली रुद्राक्ष की माला से जाप करने से मंत्र के जाप की संख्या गिनने मे मदद होती है।