
सावन में महामृत्युंजय मंत्र जाप पूजा करने से कई तरह की परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है। माना जाता है कि सावन माह भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना होता है और महामृत्युंजय मंत्र को मृत्यु पर विजय पाने वाला मंत्र बताया गया है। इस मंत्र के जाप से अकाल मृत्यु के भय को समाप्त किया जा सकता है। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएँगे की सावन के महीने मे महामृत्युंजय मंत्र जाप के क्या क्या फायदे होते है।
सावन में महामृत्युंजय मंत्र जाप पूजा का फायदा
सावन का महिना सबसे पवित्र महिना भी माना जाता है तथा ये महिना भगवान शिव का भी सबसे प्रिय होता है, और इस माह मे अगर आप भगवान शिव की पूजा करते है तो आपको जल्दी ही शिव जी को प्रसन्न कर सकते है। शिव जी को प्रसन्न करने के लिए महामृत्युंजय मंत्र सबसे ज्यादा लाभकारी माना जाता है इस मंत्र के जप से आप शिव भगवान को जल्द प्रसन्न कर सकते हो।
सावन के माह में शिव की पूजा करने से समस्त दोषों से मुक्ति मिलती है, तथा शुभ फल की प्राप्ति होती है।महामृत्युंजय मंत्र का जाप सावन में करने के एक नहीं अनेक लाभ हैं, और सावन में महामृत्युंजय मंत्र जाप करने से इस मंत्र का असर बड़ जाता है।
श्रवण मास मे महामृत्युंजय मंत्र जाप पूजा के लाभ

श्रवण मास मे महामृत्युंजय मंत्र जप करने से आपको बहुत अधिक लाभ प्राप्त होते है, जिनमे से कुछ निम्न है।
- ज्योतिष के अनुसार यदि जन्म, मास, गोचर और दशा, अंतर्दशा, स्थूलदशा आदि में ग्रहपीड़ा हों तो इस महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। इससे आपको तुरंत ही आराम मिलेगा।
- महामृत्युंजय मंत्र के जाप से आर्थिक स्थिति में और पारिवारिक सुखों में वृद्धि होती है।
- महामृत्युंजय मंत्र जाप से व्यक्ति को पुत्र प्राप्ति की अभिलाषा जल्द पूरी होती है।
- अगर आप किसी भी प्रकार के महारोग से पीड़ित हो तो महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें ।
- महामृत्युंजय मंत्र के जाप से रोग और भय से मुक्ति मिलती है।
- नियमित महामृत्युंजय मंत्र के जाप से मकान,जमीन-जायदाद संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
- महामृत्युंजय मंत्र के नियमित जाप से आप किसी प्रकार के दुर्घटना का शिकार होने से बच सकते हैं
- महामृत्युंजय मंत्र का जप कर कार्य क्षेत्र और शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।
- अगर आपको अपने व्यवसाय से संबन्धित कुछ भी परेशानी हो तो इस मंत्र का जप करने से तुरंत ही राहत मिल सकती है।
- अगर आप किसी तरह की धन संबंधित समस्या से जूझ रहे हैं, या आपके व्यापार में घाटा हो रहा है तो इस मंत्र के जप में इतना प्रताप होता है कि व्यक्ति मृत्यु के भय से मुक्त हो जाता है, इसलिए यह मोक्ष मंत्र भी कहा जाता है।
परिस्थितियो के अनुसार महामृत्युंजय मंत्र जाप
परिस्थितियो के अनुसार महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी अलग अलग प्रकार से किया जाता है।
- किसी भी प्रकार के भय से छुटकारा पाने के लिए 1100 महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए।
- बड़े बड़े रोगों से मुक्ति के लिए 11000 महामृत्युंजय मंत्रों का जाप करना चाहिए।
- अगर आप इतनी संख्या में इसका जाप नहीं कर सकते, तो आप कम से कम 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप कर सकते हैं।
- पुत्र की प्राप्ति, जीवन में उन्नति और अकाल मृत्यु से बचने के लिए सवा लाख की संख्या में महामृत्युंजय मंत्र जप करना शुभ माना गया है।
महामृत्युंजय मंत्र

ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ
यह मंत्र स्वयं भगवान शिव जी द्वारा निर्मित है। किसी भी प्रकार के जीवन संकट से रक्षा हेतु महामृत्युंजय मंत्र का जाप होता है। जब व्यक्ति किसी असाध्य रोग से पीड़ित हो, और कोई आशा न बचे, तब इस मंत्र का जाप सवा लाख बार करने से व्यक्ति के स्वास्थ मे शीघ्र ही सुधार होता है। कालसर्प दोष के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए भी इस मंत्र का जाप किया जा सकता है।
उज्जैन मे सावन माह मे करवाए महामृत्युंजय मंत्र जाप पूजा-
अगर आपको उज्जैन मे सावन के माह मे महामृत्युंजय मंत्र जाप पूजा करना है तो आप पंडित दीपक गुरु जी से संपर्क कर सकते है। पंडित दीपक व्यास जी वैदिक अनुष्ठानों में आचार्य की उपाधि से विभूषित है, एवं सभी प्रकार के दोष एवं बाधाओ के निवारण के कार्यो को करते हुए 15 वर्षो से भी अधिक समय हो गया है।
आचार्य जी के पास वर्षभर लोग महामृत्युंजय मंत्र जाप एवं अन्य धार्मिक कर्मकांडो को करवाने के लिए आते है, और अपनी समस्या से छुटकारा पाते है। महामृत्युंजय मंत्र जाप पूजा बूक करने के लिए आप नीचे दी गई बटन पर क्लिक करके पंडित जी से बात कर सकते है।
सावन में महामृत्युंजय मंत्र जाप पूजा कराने का क्या फायदा है?
सावन के माह में शिव की पूजा करने से समस्त दोषों से मुक्ति मिलती है, तथा शुभ फल की प्राप्ति होती है।महामृत्युंजय मंत्र का जाप सावन में करने के एक नहीं अनेक लाभ हैं, और सावन में महामृत्युंजय मंत्र जाप करने से इस मंत्र का असर बड़ जाता है।
महा मृत्युंजय मंत्र कौन सा है?
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ
महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करने से क्या होता है?
रुद्राक्ष की माला के साथ महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करने से अकाल मृत्यु का दर खतम हो जाता है, और आपकी कुंडली से सारे बुरे रोग खत्म हो जाते है।