
जीवन मे कोशिश करने के बाद भी केवल असफलता ही मिलती है? रिश्तो मे तनाव बना रहता है? आर्थिक स्थिति सही नहीं रहती है? मानसिक शांति नहीं मिलती है? तो हो सकता है आपकी कुंडली मे महापद्म कालसर्प दोष हो? यह दोष कुंडली मे राहु और केतु के कारण बनता है । आज हम इस लेख के जानेंगे की महापद्म कालसर्प क्या होता है? दोष के लक्षण क्या है? और किस प्रकार इसे दूर किया जा सकता है?
महापद्म कालसर्प दोष क्या है?
हिन्दू शास्त्रों मे महापद्म कालसर्प दोष कुंडली में एक विशिष्ट प्रकार का दोष है, जो तब बनता है जब सभी ग्रह राहु और केतु के बीच स्थित होते हैं और चंद्रमा आठवें भाव में होता है। यह दोष व्यक्ति के जीवन में कई कठिनाइयाँ लाता है और मानसिक, शारीरिक, और आर्थिक समस्याओं का कारण बन सकता है।
राहु और केतु की स्थिति के कारण कुंडली में यह दोष उत्पन्न होता है। यह दोष पिछले जन्म के कर्मों के फलस्वरूप बनता है। इस दोष के कारण व्यक्ति को अपने प्रयासों का पूरा फल नहीं मिलता और जीवन में बार-बार समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
महापद्म कालसर्प दोष के लक्षण
महापद्म कालसर्प दोष व्यक्ति की कुंडली में बनने वाला एक गंभीर दोष है, जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में बाधाएँ और समस्याएँ उत्पन्न करता है। इसके लक्षण व्यक्ति के मानसिक, शारीरिक, आर्थिक और सामाजिक जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। इसके प्रमुख लक्षण नीचे दिये गए है :-
- आर्थिक स्थिति पर इसका प्रभाव अत्यंत गंभीर होता है। यह दोष धन अर्जित करने में कठिनाई उत्पन्न करता है, अचानक धन हानि का कारण बनता है, कर्ज में फंसने की प्रवृत्ति बढ़ाता है, और व्यापार में निरंतर घाटे की स्थिति उत्पन्न करता है।
- पारिवारिक जीवन में, यह दोष कलेश और अशांति का वातावरण निर्मित करता है। पति-पत्नी के बीच मतभेद और विवाद बढ़ने लगते हैं, और बच्चों से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- मानसिक और भावनात्मक स्तर पर, यह दोष व्यक्ति के आत्मविश्वास में कमी, नकारात्मक सोच, भय, और असुरक्षा की भावना को बढ़ावा देता है। इसके साथ ही, बार-बार असफलता का अनुभव भी देखने को मिलता है।
- शिक्षा और करियर के क्षेत्र में, इस दोष का प्रभाव पढ़ाई में रुकावट, सफलता में विलंब, नौकरी में कठिनाइयाँ, और प्रमोशन में बाधाएँ उत्पन्न करता है।
- सामाजिक जीवन पर भी इस दोष का व्यापक प्रभाव पड़ता है, जिसमें समाज में मान-सम्मान की कमी, मित्रों और सहयोगियों से धोखा, सामाजिक अड़चनें, और अलगाव जैसी समस्याएँ प्रमुख रूप से सामने आती हैं।
- महापद्म कालसर्प दोष का नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के स्वास्थ्य पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप उसे विभिन्न प्रकार की शारीरिक बीमारियों का सामना करना पड़ता है।
महापद्म कालसर्प दोष के उपाय
महापद्म कालसर्प दोष के प्रभाव को कम करने के लिए ज्योतिषीय उपाय, पूजा-पाठ, और धार्मिक अनुष्ठान बेहद लाभकारी माने जाते हैं। इन उपायों से राहु और केतु के नकारात्मक प्रभाव शांत होते हैं और जीवन में सुख-शांति और सफलता प्राप्त होती है। प्रमुख उपाय निम्नलिखित हैं:
- प्रतिदिन शिवलिंग पर जल, दूध और बेलपत्र चढ़ाएं। साथ ही, ॐ नमः शिवाय मंत्र का नियमित जाप करें। सोमवार के दिन शिव मंदिर में विशेष पूजा करना अत्यंत लाभकारी होता है।
- राहु और केतु के मंत्रों का नियमित जाप करें।
- राहु मंत्र:
ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः। - केतु मंत्र:
ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं सः केतवे नमः।
- राहु मंत्र:
- शनिवार को राहु और केतु से संबंधित वस्तुओं का दान करें, जैसे नीला कपड़ा, सरसों का तेल, और लोहे की वस्तुएं।
- चांदी से बने नाग-नागिन के जोड़े की मूर्ति का पूजन करें और उन्हें किसी पवित्र नदी में प्रवाहित करें।
- महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना भी अत्यधिक प्रभावी माना जाता है:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मा अमृतात्।
महापद्म कालसर्प दोष निवारण पूजा
हिंदू धर्म में महापद्म कालसर्प दोष निवारण पूजा को एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान माना गया है। यह पूजा राहु और केतु के अशुभ प्रभावों को शांत करने के साथ-साथ जीवन में शांति, सफलता, और समृद्धि लाने के उद्देश्य से की जाती है। इस पूजा में भगवान शिव, नाग देवता, और राहु-केतु की विशेष आराधना की जाती है। त्र्यंबकेश्वर, उज्जैन, और अन्य पवित्र स्थलों पर यह पूजा करवाना अत्यंत प्रभावी मानी जाती है।
महापद्म कालसर्प दोष निवारण पूजा का उद्देश्य
- राहु और केतु के नकारात्मक प्रभावों को समाप्त करना।
- मानसिक, शारीरिक और आर्थिक समस्याओं से छुटकारा।
- पारिवारिक जीवन में सुख और समृद्धि स्थापित करना।
- शिक्षा और करियर में सफलता प्राप्त करना।
- पिछले जन्म के कर्म दोषों का निवारण।
महापद्म कालसर्प दोष योग के लाभ
महापद्म कालसर्प दोष योग से व्यक्ति को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:
- व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभाने में सक्षम होता है।
- परिवार और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करता है।
- परिश्रम का महत्व समझने लगता है।
- नेतृत्व क्षमता का विकास होता है।
- व्यक्ति अधिक अनुशासित और संगठित जीवन जीता है।
महापद्म कालसर्प दोष पूजा कैसे बुक करें ?
उज्जैन में महाप्द्म कालसर्प दोष पूजा करवाने के लिए उज्जैन के अनुभवी पंडित दीपक व्यास जी से संपर्क कर सकते है। पंडित जी को दोष निवारण पूजा का 15 वर्षों से अधिक अनुभव प्राप्त है। अपनी पूजा बुक करने के लिए नीचे गए नंबर पर संपर्क करे :
संपर्क करे: आचार्य दीपक व्यास जी – 9131025992